शुक्रवार, जून 27, 2025
होमEducation & JobsJNU Election Result 2025: जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट का दबदबा बरकरार,...

JNU Election Result 2025: जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट का दबदबा बरकरार, एबीवीपी ने भी बढ़ाया प्रभाव

Published on

Follow Us : Google News WhatsApp

गुरुग्राम डेस्क | जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुए छात्रसंघ चुनाव के नतीजों ने एक दिलचस्प तस्वीर पेश की है।
जहां एक ओर लेफ्ट गठबंधन (AISA-DSF) ने तीन महत्वपूर्ण पदों पर जीत हासिल कर अपना वर्चस्व बरकरार रखा है, वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने काउंसलर सीटों पर बड़ी बढ़त दर्ज कर अपने प्रभाव का विस्तार किया है।

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव परिणाम 2025: मुख्य बिंदु

  • अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव पद लेफ्ट गठबंधन के कब्जे में।

  • एबीवीपी ने संयुक्त सचिव पद और काउंसलर सीटों पर बड़ी सफलता पाई।

  • 70% मतदान दर ने छात्रों की राजनीतिक जागरूकता को दर्शाया।

  • जेएनयू की पारंपरिक राजनीतिक संरचना में बदलाव के संकेत।

केंद्रीय पैनल पर किसने मारी बाजी?

केंद्रीय पैनल के नतीजे इस प्रकार रहे:

  • अध्यक्ष: नीतीश कुमार (AISA-DSF) ने 1702 वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की। उन्होंने ABVP की शिखा को हराया, जिन्हें 1430 वोट मिले।

  • उपाध्यक्ष: मनीषा (DSF) विजयी रहीं।

  • महासचिव: मुन्तेहा फातिमा (DSF) ने सफलता पाई।

  • संयुक्त सचिव: वैभव मीना (ABVP) ने 1518 वोटों के साथ जीत हासिल की।

यह नतीजे दिखाते हैं कि केंद्रीय नेतृत्व पर अब भी लेफ्ट का प्रभाव बना हुआ है, जबकि एबीवीपी ने काउंसलर स्तर पर अपनी पैठ मजबूत की है।

एबीवीपी की ऐतिहासिक सफलता

ABVP ने इस चुनाव में कई मोर्चों पर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज (SSS) में, जहां पिछले 25 वर्षों से लेफ्ट का दबदबा रहा था, एबीवीपी ने 2 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया

इसके अलावा, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (SIS) में भी एबीवीपी ने 5 में से 2 काउंसलर सीटें जीतीं।
यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि अब जेएनयू में भी वैचारिक विविधता बढ़ रही है और छात्र नई राजनीतिक धारा को भी स्वीकार कर रहे हैं।

काउंसलर सीटों पर एबीवीपी की बढ़त

एबीवीपी ने दावा किया है कि उसने कुल 44 काउंसलर सीटों में से 23 सीटों पर जीत दर्ज की है।
यह सफलता बताती है कि जमीनी स्तर पर छात्र संगठन में एबीवीपी की पकड़ मजबूत हो रही है, भले ही केंद्रीय पैनल पर लेफ्ट गठबंधन का वर्चस्व बरकरार हो।

छात्रों की भागीदारी: 70% मतदान

इस वर्ष के जेएनयूएसयू चुनाव में लगभग 70% छात्रों ने मतदान किया।
यह उच्च मतदान दर इस बात का प्रमाण है कि जेएनयू के छात्र अब भी छात्र राजनीति और नेतृत्व के प्रति गंभीर रुचि रखते हैं।
छात्रों ने अपने वोट के जरिए जेएनयू के भविष्य के प्रशासन और वैचारिक दिशा को प्रभावित किया है।

जेएनयू का बदला हुआ राजनीतिक माहौल

जेएनयू चुनाव 2025 ने यह स्पष्ट कर दिया है कि:

  • लेफ्ट गठबंधन अब भी शीर्ष नेतृत्व में मजबूत है।

  • एबीवीपी ने जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाना शुरू कर दिया है।

  • भविष्य में जेएनयू की राजनीति और भी प्रतिस्पर्धात्मक और रोचक हो सकती है।

छात्र राजनीति में इस तरह का बदलाव न केवल कैंपस के माहौल को प्रभावित करेगा, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी इसके असर देखने को मिल सकते हैं।

विभिन्न संगठनों की प्रतिक्रिया

  • लेफ्ट गठबंधन ने अपनी जीत को “शिक्षा के निजीकरण और छात्र अधिकारों के खिलाफ लड़ाई की जीत” बताया।

  • एबीवीपी ने अपने बढ़ते प्रभाव को “छात्रों के बीच बदलाव की मांग” का संकेत करार दिया और इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।

दोनों संगठनों ने छात्रों के हित में काम करने और जेएनयू को बेहतर बनाने का संकल्प लिया है।

जेएनयू चुनाव 2025: व्यापक प्रभाव

जेएनयू का छात्रसंघ चुनाव हमेशा से राष्ट्रीय छात्र राजनीति में एक प्रेरणास्रोत रहा है।
यह चुनाव:

  • देशभर के छात्र संगठनों को नई दिशा देता है।

  • युवा नेतृत्व को तैयार करता है, जो भविष्य में राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  • शिक्षा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाता है।

ABVP की बढ़ती उपस्थिति और Alliance की कायम पकड़ दोनों इस बात का संकेत हैं कि आने वाले दिनों में छात्र राजनीति और भी दिलचस्प मोड़ ले सकती है।

जेएनयू छात्र राजनीति: एक संक्षिप्त परिचय

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हमेशा से AISA, DSF और SFI जैसे वामपंथी संगठनों का वर्चस्व रहा है।
ये संगठन सामाजिक न्याय, शिक्षा के अधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाते रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर, ABVP ने हाल के वर्षों में राष्ट्रवाद, शैक्षणिक सुधार और समावेशी विकास जैसे मुद्दों को उठाकर छात्र समुदाय के एक बड़े हिस्से को अपनी ओर आकर्षित किया है।

JNU 2025 ने यह दिखा दिया है कि भले ही केंद्रीय नेतृत्व पर लेफ्ट का वर्चस्व बना हुआ हो,
लेकिन जमीनी स्तर पर एबीवीपी का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है

यह परिवर्तन जेएनयू के भविष्य के राजनीतिक माहौल को रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक बनाएगा।
छात्रों की सक्रिय भागीदारी और बढ़ती वैचारिक विविधता यह संकेत देती है कि जेएनयू में छात्र राजनीति अब और अधिक गतिशील और विचारोत्तेजक होने वाली है।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण, NH-28 पर सुरक्षा खतरे की स्थिति

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की गई...

टीआरपी रिपोर्ट: इस हफ्ते ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ बना नंबर 1, टॉप 10 में इस शो की एंट्री

BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) ने 24वें हफ्ते की टीआरपी लिस्ट जारी कर दी...

अंकिता लोखंडे ने लाफ्टर शेफ सेट पर दी गुड न्यूज, प्रेग्नेंसी की खबर से चौंके फैंस

अंकिता लोखंडे, टीवी इंडस्ट्री की पॉपुलर एक्ट्रेस, जो अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को...

FWICE ने ‘बॉर्डर 2’ से दिलजीत दोसांझ को निकालने की मांग की, पूर्व मैनेजर ने किया बचाव

पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने करियर के सबसे बड़े विवादों...

More like this

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण, NH-28 पर सुरक्षा खतरे की स्थिति

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की गई...

अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला का पहला संदेश: ISS पर डॉकिंग से पहले भारत का गौरवमयी क्षण

भारत के अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर जुड़...

पेट की सेहत सुधारने और पाचन समस्याओं को कम करने के लिए 10 सबसे प्रभावी खाद्य पदार्थ और जड़ी-बूटियाँ

जैसे-जैसे हम उम्र बढ़ाते हैं, हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिसके...

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में तेजी, चुनाव चिन्हों का आवंटन: पार्टी के नए प्रतीक और चुनावी रणनीतियाँ

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ अब तेज़ हो गई हैं। चुनाव आयोग ने विभिन्न...

26 जून 2025, आज का राशिफल: करियर में सफलता और पहचान बढ़ाने का अवसर

आज का दिन 26 जून 2025, खासतौर पर पेशेवर जीवन में तरक्की और पहचान...

बिहार में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना, कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

बिहार में अगले 24 घंटों में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना...

बिहार के मंत्री अशोक चौधरी बने प्रोफेसर, अब कॉलेज में पढ़ाएंगे राजनीति शास्त्र

बिहार के वरिष्ठ नेता और राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी अब शिक्षा के क्षेत्र में...

भारतीय क्रिकेट के ऐतिहासिक माइलस्टोन: 25 जून, भारतीय क्रिकेट के लिए एक खास दिन

KKN गुरुग्राम डेस्क | 25 जून भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण...

इंदिरा गांधी आपातकाल: भारतीय लोकतंत्र का सबसे अंधकारमय दौर

KKN गुरुग्राम डेस्क | 25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक...

आज का राशिफल (25 जून 2025): उत्कृष्ट प्रदर्शन और सफलता की ओर बढ़ें, महत्वपूर्ण प्रस्ताव मिल सकते हैं

KKN गुरुग्राम डेस्क | आज का राशिफल आपके लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित...

बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मानसून ने दस्तक तो दे दी है, लेकिन...

ककोलत झरना: भारी बारिश के कारण झरने का विकराल रूप, प्रशासन ने की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

KKN गुरुग्राम डेस्क | ककोलत झरना, जो बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से...

सावन में कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट, पुलिस की सुरक्षा में चलेंगे श्रद्धालु, ड्रोन से भी होगी निगरानी

KKN गुरुग्राम डेस्क | जैसे-जैसे सावन महीना नजदीक आ रहा है, कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर...

केला खाने के नुकसान: जानिए कैसे यह फल कुछ लोगों के लिए हो सकता है हानिकारक

KKN गुरुग्राम डेस्क | केला एक ऐसा फल है जो आमतौर पर सेहत के...

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘जनता दर्शन’: जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान का आश्वासन

KKN गुरुग्राम डेस्क उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जून 2025 को अपने सरकारी आवास...
Install App Google News WhatsApp